संवाददाता सम्मेलन में गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी कामगारों की मदद के लिये मंत्रालय द्वारा शुरु की गयी हेल्पलाइन पर शिकायतों और समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है।
नयी दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के पिछले 24 घंटों में 540 नये मामले सामने आए हैं और इस दौरान 17 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही संक्रमण के मामले गुरुवार को बढ़कर 5734 हो गये जबकि इससे हुयी मौत का आंकड़ा 166 पर पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अब तक संक्रमित मरीजों में से 473 को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। अग्रवाल ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में राज्यों की मदद के लिये पूरी तरह से केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित ‘‘कोविड इमरजेंसी पैकेज’’ को मंजूरी दिये जाने की जानकारी देते हुये बताया कि राज्यों के स्तर पर इस संकट से निपटने में संसाधनों की कमी को बाधक नहीं बनने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस पैकेज के तहत कोविड- 19 के रोगियों के लिये अलग से अस्पताल बनाने और प्रयोगशाला सहित अन्य जरूरी चिकित्सा संसाधनों की आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी।
केन्द्र सरकार ने 15 हजार करोड़ रुपये की निर्धारित राशि वाले इस पैकेज से कोरोना संकट से निपटने में राज्य सरकारों की जरूरी संसाधनों की तात्कालिक जरूरत की पूर्ति करने के मकसद से यह पहल की है। अग्रवाल ने चिकित्साकर्मियों के सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की देश में कमी की आशंकाओं को खारिज करते हुये कहा कि भारत में 20 कंपनियां इनका निर्माण कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिये 1.7 करोड़ रुपये की कीमत के पीपीई की खरीद के आर्डर दिये जा चुके हैं। साथ ही 49 हजार वेंटिलेटर भी खरीदे जा रहे हैं अग्रवाल ने बताया कि कोरोना संकट से निपटने के लिये स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन की अगुवाई में गठित मंत्री समूह की बैठक में भी संसाधनों की आपूर्ति की समीक्षा की गयी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों और संक्रमण के संदिग्ध मरीजों को दी जाने वाली दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का भी देश में पर्याप्त भंडार उपलब्ध है।